क्यों बनते थे तालाब, यूं बनते थे तालाब

पानीदार प्रेरणा और परंपरागत समझ के लिए प्रसिद्ध रहे लेखक स्वर्गीय श्री अनुपम मिश्र जी की एक बेहद चर्चित पुस्तक है – आज भी खरे हैं तालाब.

पुस्तक में राजा ने कुड़न से क्यों कहा होगा कि अच्छे-अच्छे काम करते जाना; तालाब बनाना ?

तब तालाब कैसे बनते थे? अब कैसे बन रहे हैं ?

तब और अब के इस फर्क ने हमारे तालाबों और भूजल की सेहत पर क्या फर्क डाल दिया है?

हम क्या करें?

कई ऐसे छोटे-छोटे प्रश्नों की जवाब हासिल करने की कोशिश है, जलतरंग का यह दूसरा एपिसोड – क्यों बनते थे तालाब, यूं बनते थे तालाब.

Leave a Comment