२२ मार्च, २०२३ : अंतर्राष्ट्रीय दिवस, भारतीय संयोग
कितना सुखद संयोग है! 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस के बहाने हम सब की अपनी एक नन्हीं घरेलू चिड़िया की चिन्ता; देशी माह...
कितना सुखद संयोग है! 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस के बहाने हम सब की अपनी एक नन्हीं घरेलू चिड़िया की चिन्ता; देशी माह...
उमड़ता तू सिकुड़ता तू, तपता तू ही शीत बरखा, हवा का रुख बदलता तू, खुद का करके तू शोषण, नीर में मधु है तू भरता। पर प्यास में हर...
कह रहे हैं कि हम गंगा के सीने पर गंगा एक्सप्रेस-वे बना सकते हैं; हिमालय का सीना चीरकर चारधाम सड़क बना सकते हैं। हम...
कहते हैं कि शब्द ब्रह्म होते हैं ; कभी मरते नहीं. स्वर्गीय श्री अनुपम मिश्र जी को हम भूल भी जाएं, किन्तु उनके लिखे शब्द...
जब सफलता लिखते-लिखते प्रतियोगिता सिर उठाने लगे तो क्या होता है ? एक अलसुबह बोपचे की बकरियों के बाड़े में क्या हुआ ? ईशान...
बाढ़ के कारणों पर चर्चा के शुरु में ही एक बात साफ कर देनी जरूरी है कि बाढ़ हमेेशा बुरी नहीं होती; बुरी होती है एक सीमा...
पहला प्रसारण – 08 सितम्बर, 2022, रात्रि 9.30 बजे सुनने के लिए यूट्यूब लिंक कृपया सुने. उपयोगी और प्रेरक पाएं तो दूसरों को भी...
जीवन देने को जन्मे हैं, जीवन देकर ये मिट जाते, जिस सागर से ये उठते हैं, उस सागर में लौट के जाते, इसीलिए सब इनको चाहते, जितने भूरे, उतने...
चौथी दुनिया में ही मैने सीखा कि संपादक को अपने पास आई हर रचना की स्वीकृति-अस्वीकृति का कारण सहित उत्तर देना चाहिए। संपादक को...
अरुण तिवारी नदिया में मैं गंगा की धार बंधु,देह कालिया का हूं मैं मर्दनहार बंधु।लेना-देना मुझसे बस प्यार बंधु,ओ बंधु रे…. ओ मेरे यार...